दीपावली फोटो शायरी
शुभ दीपावली फोटो एक बहुत ही अछा साधन है, अपने किसी भी मित्र संबंधी को दीपवाली की बधाई देने के लिए। जैसा की आज का समय technology का ज़माना है लोग के पास इतनी टाइम नहीं है की वो सब से मिल पाएं,
इस लिए दिवाली के इस मौके पर लोग को दीपावली फोटो शायरी डाउनलोड करने की उत्सुकता होती है, ताकि वो Diwali Shayari Photo Images को अपने मित्र सगी संबंधी को WhatsApp, फेस्बूक , Instagram, Messenger, या और किसी एप्प से दीपावली फोटो को भेज सकें और उनको दिवाली की सुभकामन दे सकें ।

दीपावली फोटो शायरी
हम आपको यहाँ कुछ दीपावली शायरी के साथ फोटो भी देंगे जिस पर आप थोड़ी देर तक क्लिक कर के उसको डाउनलोड करसकते हैं।
दीयों की रौशनी से झिलमिलाता आँगन हो,
पटाखों की गूंजो से आसमान रोशन हो,
ऐसी आये झूम के यह दिवाली,
हर तरफ खुशियों का मौसम हो
Happy Diwali

होठों पे हँसी, आँखों में ख़ुशी
Shubh Deepavali
गम का कहीं नाम नहीं
यह दिवाली लाये आप की ज़िन्दगी में इतनी खुशियां
जिसकी कभी शाम ना हो

दिवाली के इस मंगल अवसर पर,
दीपावली फोटो
आप सभी की मनोकामना पूरी हो,
खुशियाँ आपके कदम चूमे,
इसी कामना के साथ आप सभी को

दीपावली का यह पावन त्योंहार,
जीवन में लाये खुशियाँ अपार,
लक्समी जी विराजे आपके द्वार,
शुभकामनायें हमारी करें स्वीकार…

आई दिवाली संग खुशियां हज़ार लेकर
मनाओ हर घर उत्सव इसकी बधाई देकर
हंसते मुस्कुराते दीप आप जलाना
जीवन में अपने हजारों खुशियां लाना”

शुभ दिवाली पर दिल सबके मिलते रहें
शिकवे-गिले दिलों के सब मिटाते रहें
सारे संसार में सुख-शांति की बहार हो
हर घर में खुशियों की बौछार हो

Photo by Udayaditya Barua on Pexels.com Photo by RODNAE Productions on Pexels.com Photo by SİNAN ÖNDER on Pexels.com Photo by Rahul Pandit on Pexels.com Photo by Rahul Pandit on Pexels.com Photo by Nikita Khandelwal on Pexels.com Photo by Debabrath Goswami on Pexels.com Photo by Yan Krukov on Pexels.com Photo by Yan Krukov on Pexels.com Photo by Maddy Freddie on Pexels.com
शुभ दीपावली कब है 2021 और 2022 में ?
दीपवाली को इस वर्ष यानि गुरुवार 4 नवंबर 2021 को रहेगी, इस भनती वर्ष 2022 में 24 अक्टूबर सोमवार के दिन रहेगी ।
दिवाली का अर्थ क्या होता, और क्यों मनाई जाती है।

दीपवाली का अर्थ दीपों की क़तार। अंधकार से प्रकाश की तरफ के अर्थ में लिया जाता है, परंतु इस के अर्थ में उल्लास और खुशी भी छुपी हुई है । जब भगवान राम रावण को पराजित कर के और चौदह वर्ष का कठिन वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे तो नगरवासियों ने पूरे अयोध्या को रोशनी से सजा दिया और यहीं से ही भारतवर्ष में दिवाली के त्योहार का चलन शुरू होना माना जाता है।